गौरी शंकर रुद्राक्ष एक अनोखा और पवित्र मनका है जो भगवान शिव और देवी पार्वती के दिव्य मिलन का प्रतिनिधित्व करता है। यह सद्भाव, प्रेम और एकता का प्रतीक है। गौरी शंकर रुद्राक्ष तब बनता है जब दो प्राकृतिक रूप से जुड़े हुए रुद्राक्ष के मोती एक साथ बढ़ते हैं, जो शिव और शक्ति, मर्दाना और स्त्री ऊर्जा के शाश्वत बंधन का प्रतिनिधित्व करते हैं। यह रुद्राक्ष आपके भीतर मर्दाना और स्त्री ऊर्जा के संतुलन का प्रतिनिधित्व करता है। यह इन ऊर्जाओं को संरेखित और सामंजस्यपूर्ण बनाने में मदद करता है, जिससे जीवन के प्रति अधिक संतुलित और एकीकृत दृष्टिकोण संभव होता है। गौरी शंकर रुद्राक्ष भगवान शिव और देवी पार्वती की दिव्य ऊर्जाओं से जुड़ा है। ऐसा माना जाता है कि इसे पहनने से जीवन के सभी पहलुओं में उनका आशीर्वाद, सुरक्षा और मार्गदर्शन मिलता है।
विनिर्देश
उपयोग/आवेदन | आध्यात्मिक उद्देश्य |
रंग | प्राकृतिक |
आध्यात्मिक उपयोग | दैनिक |
आकार | गोल |
ब्रैंड | के रत्न |
सामग्री | प्राकृतिक |
K. Gems
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